श्री चंद्रप्रभु भगवान व 700 वर्ष प्राचीन मूर्तियों और पाषाण परिकर सहित श्री पार्श्वनाथ भगवान के दर्शन से भक्तों को अपार शांति अनुभव होती है।
दैनिक आरती व दर्शन समय।
समय-समय पर आयोजित धार्मिक और सामुदायिक कार्यक्रम।
दान और सुविधा दान के लिए सरल विकल्प।
भव्य अनुष्ठान एवं कीर्तन।
18 February 2024 — स्मरणीय दिवस।